by सार्थक दुनिया | Raipur September 3, 2022
रायपुर | कर्मचारियों के संगठन ने पिछले करीब 12 दिनों से जारी अपनी हड़तान को स्थगित कर दिया है। अब कर्मचारियों के विभिन्न संगठनों के लोग संगठन- कर्मचारी फेडरेशन के प्रदेश प्रमुख कमल वर्मा का विरोध कर रहे हैं। सरगुजा और कवर्धा जिलों से कुछ ऐसे भी वीडियो सामने आए हैं, जिसमें कर्मचारी श्री वर्मा को जूते मारने, दलाल कहने, पद से हटाने, फेडरेशन को भंग करने जैसी बातें कर रहे हैं।
कर्मचारी नेता और शिक्षक एलबी संवर्ग के प्रदेश अध्यक्ष जाकेश साहू ने आंदोलन के अचानक खत्म होने पर कहा कि, फेडरेशन के टॉप लीडर कमल वर्मा सहित उनके कोर कमेटी के सदस्यों के द्वारा राज्य के साढ़े चार लाख कर्मचारियों- अधिकारियों के साथ जबरदस्त धोखा किया गया है।
इस वजह से विरोध
जाकेश ने बताया कि फेडरेशन के प्रदेश स्तरीय बैठक में यह कहा गया था की 12% डीए एवं एचआरए के मांग पूर्ति के बगैर आंदोलन समाप्त नहीं होगा, लेकिन अचानक ऐसा क्या हो गया, जिसके कारण आंदोलन को समाप्त कर दिया गया। इसका सभी विरोध कर रहे हैं।
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने कहा कि 12 प्रतिशत महंगाई भत्ता और किराया भत्ता देने की मांग को लेकर पिछले महीने 5 दिनाें का आंदोलन हुआ था, तब सरकार ने 6 प्रतिशत भत्ता जारी किया था। लेकिन इस हड़ताल को खत्म करते हुए कोई स्पष्ट स्थिति नहीं बनी कि बाकि का 6 प्रतिशत भत्ता कब और कैसे मिलेगा। कहीं भी इस हड़ताल के स्थगन पर कर्मचारी खुशी मनाते नहीं दिखे, हर जगह विराेध हो रहा है।
कमल वर्मा का जवाब
कर्मचारी फेडरेशन के प्रमुख पदाधिकारी कमल वर्मा ने इन परिस्थितियों पर कहा कि हमें इस बात का दुख है कि आंदोलन की वजह से जनता को परेशानी हुई। स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हुई। लेकिन हमारे पास आंदोलन के अलावा कोई चारा भी नहीं था। 2019 के बाद से हम सीएम भूपेश बघेल के संपर्क में रहे, संवादहीनता नहीं रही। कोरोना काल में शहीद कर्मचारियों की अनुकम्पा नियुक्ति की मांग को उन्होंने पूरा किया, कई कर्मचारियों के बच्चों को नौकरी भी मिली।
वर्मा ने आगे कहा- जिस तरह से मुख्यमंत्री की यह अपील सामने आई कि आम लोगों को परेशानी और स्कूल में पढ़ाई प्रभावित होने की बातों को देखकर काम पर लौट आइए। इस अपील को स्वीकार करते हुए कोर कमेटी का फैसला है कि हम इस आंदोलन को स्थगित करते हैं। चूंकि हमारे और सरकार के बीच समझौता हो गया है, अब इसपर सिर्फ क्रियान्वयन होना है। सरकार ने भत्ते को लेकर दिए गए हमारे सुझाव को स्वीकार कर लिया है। बावजूद इसके यदि सरकार इसे गंभीरता से नहीं लेती है तो आगे भी आंदोलन का रास्ता खुला रहेगा।
4 सितंबर को रायपुर में बैठक
कर्मचारी नेता और शिक्षक एलबी संवर्ग के प्रदेश अध्यक्ष जाकेश साहू ने बताया कि रविवार 4 सितंबर को राजधानी रायपुर के कलेक्ट्रेट गार्डन में बैठक रखी गई है। प्रदेश के समस्त 27 जिलों के 104 संगठनों के जिलाध्यक्ष, जिला संयोजक, प्रदेश के 146 विकास खंडों के फेडरेशन के विकासखंड संयोजक, ब्लॉक अध्यक्ष, सचिव और सभी पदाधिकारियों को यहां बुलाया गया है।