नई दिल्ली। आप भी स्टिकर लगे सेब खरीदते हैं और सोचते हैं कि ये ताजा, महंगे और बेस्ट क्वालिटी के हैं तो ये खबर आपके लिए है। क्या कभी आपने उस स्टिकर में लिखी जानकारी पढ़ी है? अगर नहीं तो पहले ये खबर पढ़ें और आज के बाद स्टिकर पर लिखी चीजें जरूर पढ़ें, इसके बाद आप कभी गलत सेब खरीदकर नहीं लाएंगे।
अक्सर आपने बाजार से सेब या अन्य कोई फल खरीदते समय देखा होगा कि उस पर एक स्टीकर चिपका होता है। जब हम घर ले जाकर सेब को खाने के लिए काटते हैं तो कई बार ऐसा होता है कि जिस जगह स्टीकर लगा है, वहीं से सेब सड़ा हुआ है या खराब है। या फिर अगर आपने महंगा सेब खरीदा है तो संभव है कि वह खराब न हो और आपको दुकानदार ने यह कहकर बेचा हो कि एक्सपोर्ट क्वालिटी का सेब है, सबसे बेस्ट है, इसीलिए महंगा है और स्टीकर को देखकर हम लोग भी भरोसा भी कर लेते हैं। लेकिन आपको बता दें कि स्टीकर का मतलब खराब जगह को ढकना या बेस्ट क्वालिटी, दोनों में से कुछ भी नहीं है, बल्कि एकदम ही अलग है.