सार्थक दुनिया, जांजगीर- चांपा | 16 मार्च 2022
जांजगीर-चांपा | जिले में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) से जुड़ी स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा अब हर्बल गुलाल तैयार किया जा रहा है, जिसमें गुलाब, गेंदा, चांदनी, रात रानी के फूल, टेशू के फूलों सहित त्वचा को नुकसान नहीं पहुंचाने वाली पत्तियों सहित पालक व लाल भाजी का भी उपयोग किया गया है। समूह की महिलाएं कलेक्टोरेट एवं जिला पंचायत में गुलाल का स्टॉल लगाने सहित जनपद पंचायत कार्यालय और ग्राम पंचायतों में भी स्टॉल लगाकर उसका विक्रय करेंगी। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी गजेन्द्र सिंह ठाकुर ने लोगों से अपील की है कि वे समूह की महिलाओं के द्वारा बनाए गए हर्बल गुलाल को खरीदकर उनका हौसला बढ़ाएं।
होली रंगों का त्योहार है लेकिन बाजार में केमिकल रंगों की बड़ी मौजूदगी के कारण होली का रंग दिनोंदिन फीका होता जा रहा है, ऐसे में होली के रंगों और त्योहार के आनंद को बरकरार रखने के लिए समूह की दीदियों द्वारा गांव-गांव में हर्बल गुलाल तैयार किया जा रहा है। जिपं सीईओ ने कहा कि रासायनिक एवं अन्य पदार्थों से निर्मित रंग, गुलाल से त्वचा संबंधी खतरा होने की संभावना हमेशा बनी रहती है, जबकि इसके ठीक उलट हर्बल गुलाल से त्वचा या शारीरिक संबंधी किसी प्रकार का नुकसान होने का कोई खतरा नहीं रहता है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष भी बलौदा ब्लाक चारपारा के कलस्टर ग्राम पंचायत हरदीविशाल के रानी दुर्गावती स्व सहायता समूह द्वारा कलेक्टोरेट सहित जिला पंचायत में हर्बल गुलाल का स्टाल लगाया जाएगा।
विभिन्न स्व सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं द्वारा पालक से हरा और चुकंदर से लाल गुलाल बनाने की तैयारी पिछले दो माह से लगातार की जा रही है। ग्राम पंचायत किकिरदा की आस्था स्व सहायता समूह की महिला सदस्यों ने बताया कि फूलों, पत्तियों एवं भाजियों का उपयोग कर विभिन्ना रंगों का गुलाल तैयार किया गया है। हरे रंग का गुलाल बनाने के लिए पालक भाजी, तुलसी एवं अन्य प्रकार की हरी पत्तियों का उपयोग किया गया है। ठीक उसी तरह लाल गुलाल बनाने के लिए चुकन्दर का रस और मदार के फूल को उपयोग में लाया गया है। इसी तरह से पीले रंग के गुलाल के लिए हल्दी, चंदन एवं गेंदा फूल का प्रयोग किया गया है। इन फूलों को सुखाकर, पीसकर, छानकर कड़ी मेहनत के साथ गुलाल तैयार किया गया है।
जानकारी के अनुसार सूरज महिला ग्राम संगठन – जैजैपुर की महिलाओं द्वारा हरा, पीला, लाल एवं सभी रंग के गुलाल तैयार किये जा रहे हैं। बलौदा ब्लाक चारपारा कलस्टर ग्राम पंचायत हरदीविशाल, रानी दुर्गावती समूह की महिलाओं द्वारा 80 किलोग्राम गुलाल तैयार किया गया है जिसमें से 50 किलोग्राम गुलाल की बिक्री पहले ही की जा चुकी है। सक्ती विकासखण्ड के ग्राम पंचायत जर्वें की सर्वमंगला स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा विभिन्न रंगों के गुलाल तैयार किये जा रहे हैं जिसे पॉलीथीन में पैक कर गांव के हाट बाजारों में पहुंचाया जा रहा है।