रायगढ़, (सार्थक दुनिया)। देश की राजनीति के साथ अब छत्तीसगढ़ प्रदेश की राजनीति में भी युवाओं का झुकाव तेजी से बढ़ रहा है। इसमें रायगढ़ जिले का युवा वर्ग भी शामिल है।
इसी तारतम्य में आपको बता दें कि रायगढ़ जिलांतर्गत आने वाले ब्लॉक तमनार में लंबे अरसे से राजनीति कर रहे युवा नेता यशपाल सिंह की तमनार ग्रामीण अंचल में जमीनी स्तर पर युवाओं के बीच काफी अच्छी पकड़ है। वे उनसे परस्पर तालमेल रखते हुए राजनीति में लगातार आगे बढ़ रहे हैं। यशपाल सिंह को इस क्षेत्र में सक्रिय आदिवासी युवा कार्यकर्ता के रूप में जाना और पहचाना जाता है। युवाओं को संगठित कर उन्होंने उन्हें समाज हित में रक्तदान हेतु सदैव प्रेरित किया है। इसके अलावा उन्होंने अपने स्तर पर समय – समय पर जनता के मूलभूत समस्यायों को संबंधित अधिकारियों के समक्ष प्रखर तरीके से उठाया है।
युवा तुर्क आदिवासी नेता यशपाल सिंह की समाजिक कार्यकर्ता के रूप में क्षेत्र में अग्रणी भूमिका रही है। गौरतलब है कि पूर्व में वे गोंडवाना गोड़ महासभा युवा प्रभाग रायगढ़ के जिलाध्यक्ष एवं गोंडवाना युवा प्रभाग तमनार के संरक्षक भी रह चुके हैं। इनके दादा स्व. सनतराम सिदार प्रमुख समाजसेवी रहे हैं। उनके पिता देवसिंह सिदार पूर्व में बतौर जनपद पंचायत सदस्य एवं उनकी माता हीरामती सिदार ने पूर्व में ग्राम पंचायत समकेरा के सरपंच के तौर पर प्रतिनिधित्व किया है। शिक्षा के क्षेत्र में इन्होंने राजनीति शास्त्र में स्नातक किया है। साथ ही साथ इन्हें कृषि कार्यों से भी काफी लगाव है। समाजिक स्तर पर हायर सेकेंडरी उत्तीर्ण करने पर प्रतिभावान छात्र के रुप में धमतरी में तथा रक्तदान हेतु बल्ड डोनेशन फाउंडेशन छत्तीसगढ़ द्वारा दुर्ग में सम्मानित किया जा चुका है।
सार्थक दुनिया से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि चुनाव लड़ने हेतु सहयोगी साथियों और क्षेत्र के वरिष्ठजनों से उन्हें लगातार सुझाव प्राप्त हो रहा है। इसे लेकर शीघ्र ही यह तय किया जायेगा की पंचायत चुनाव के लिए किस पद हेतु चुनाव लड़ा जाए। मेरे लिए चुनाव के परिणाम महत्वपूर्ण नहीं हैं। मेरी मंशा क्षेत्र के लोगों के मूलभूत सुविधाओं की प्राप्ति और अधिकारों को लेकर संघर्ष करने की है। मैंने हमेशा इसे लेकर संघर्ष भी किया है, आगे भी यह क्रम अनवरत रूप से जारी रहेगा।