छत्तीसगढ़ में बिजली 2.32 फीसदी महंगी हो गई है. इसके लिए राज्य विद्युत नियामक आयोग ने बुधवार को नया टैरिफ जारी कर दियाहै.
रायपुर, (सार्थक दुनिया न्यूज़) | प्रदेशवासियों को महंगाई का एक और तगड़ा झटका लगा है। आज छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत नियामक आयोग ने जनसुनवाई के बाद बिजली दरों में बढ़ोतरी की घोषणा की। नई दरों के मुताबिक घरेलू उपभोक्ताओं के लिए लगभग प्रति यूनिट 10 पैसे अधिक देना होगा। वहीं इंडस्ट्रीज के लिए लगभग 15 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी हुई है।
दरअसल छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत नियामक आयोग के अध्यक्ष ने बिजली दर का नया टैरिफ जारी किया है. उन्होंने बताया कि बिजली कंपनियों ने टैरिफ बढ़ाने के लिए अपील किया था. कंपनियों ने 2022-23 के लिए एक हजार करोड़ रुपए के राजस्व घाटे की पूर्ति के लिए प्रस्ताव दिया था. लेकिन विद्युत नियामक आयोग ने परीक्षण करने के बाद केवल 386 करोड़ रुपए का घाटा स्वीकार किया है. अगर 1004 करोड़ रुपए के घाटे की भरपाई की जाती तो टैरिफ में औसतन 5.39 फीसदी की वृद्धि करनी पड़ती. लेकिन इसे घटाकर केवल 2.31 फीसदी की वृद्धि की गई है. आयोग का कहना है कि नई बिजली दरें एक अप्रैल से लागू हो चुकी है यानी अप्रैल महीने से ही बिजली बिल बढ़े हुए दर से आएंगे.
मिली जानकारी के अनुसार 220 kv एवं 132kv के उच्च दाब स्टील उद्योगों के दरों में 5 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की गई है। बढ़ी हुई नई दरें एक अप्रैल से ही लागू होंगी। वहीं उपभोक्ताओं को इस बार बढ़ा हुआ बिजली बिल मिलेगा।
नुकसान का किया जिक्र: बिजली की दरों में बढ़ोतरी की घोषणा के दौरान विद्युत नियामक आयोग ने नुकसान का भी जिक्र किया। कहा कि वर्तमान में वितरण कंपनी लगभग 4388 करोड़ रुपए के घाटे में चल रही है। लिहाजा आयोग के सामने इस नुकसान को भरपाई करने की चुनौती भी है। इसे ध्यान में रखते हुए बिजली बिल के दामों में बढ़ोतरी की गई है।