सार्थक दुनिया न्यूज़ डेस्क, कोरबा
कोरबा वन मंडल के वन आच्छादित पोरिया- अमलडीहा वन परिसर में पिछले तीन महीने से गंभीर रूप से बीमार चल रहे मादा हाथी की शनिवार, 14 अगस्त की सुबह मौत हो गई। उसके इलाज में दिन-रात लगातार व्यस्त रहे चिकित्सकों ने उसकी उम्र लगभग 55-58 वर्ष बताई है।
कोरबा डीएफओ श्रीमती प्रियंका पांडेय द्वारा उठाए गए बड़े चिकित्सकीय कदम के बावजूद अपने दल से बिछड़े बुजुर्ग और कमजोर यह मादा हाथी अंततः प्राकृतिक स्थिति में मौत के आगोश में समा गई।
आपको बता दें कि जिले के कोरबा वन मंडल में हाथी प्रभावित क्षेत्र में अपने झुंड से बिछड़े इस बुजुर्ग और बीमार मादा हाथी की जानकारी मिलने के तुरंत बाद डीएफओ, कोरबा श्रीमती प्रियंका पांडेय के निर्देश पर वन कर्मियों सहित मौके पर मौजूद चिकित्सकों की टीम द्वारा सामूहिक प्रयास से हाथी को बचाने की हर संभव कोशिश की गई लेकिन उसे मौत के आगोश में जाने से नहीं बचाया जा सका।