ACB की टीम ने बलौदाबाजार के बिलाईगढ़ में जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी कुलेश्वर गायकवाड़ सहित जगदलपुर, कवर्धा और बलरामपुर में तीन पटवारियों को घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
बलौदाबाजार/जगदलपुर/कवर्धा/बलरामपुर
आज शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के कई जिलों में ACB की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। बलौदाबाजार के बिलाईगढ़ में जनपद पंचायत सीईओ कुलेश्वर गायकवाड़ सहित जगदलपुर, कवर्धा और बलरामपुर में तीन पटवारियों को घूस लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। ACB की यह कार्रवाई ACB SP पंकज चंद्रा और एडिशनल एसपी अमृता सोरी ध्रुव के नेतृत्व में रायपुर, जगदलपुर व अंबिकापुर की टीम ने की है।
बलौदाबाजार: 20 हजार रुपए लेते घर से पकड़े गए CEO
बलौदाबाजार में ठेकेदार ने स्कूल अहाते का निर्माण कार्य किया था। इसका बकाया 3 लाख रुपए का भुगतान किया जाना था। इस राशि के एवज में आरोपी जनपद पंचायत CEO कुलेश्वर गायकवाड़ 20 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहे थे। इस पर ठेकेदार ने ACB से शिकायत कर दी। शिकायत के सत्यापन के बाद ACB ने ट्रैप का आयोजन किया और जनपद पंचायत CEO को रुपए लेते हुए उनके ही बिलाईगढ़ स्थित सरकारी आवास से पकड़ लिया।
जगदलपुर: पटवारी मुकेश कुमार बिसाई पर आरोप है कि उन्होंने जमीन नामांतरण के लिए 8 हजार रुपए मांगे।
बस्तर के एक व्यक्ति को अपनी जमीन का नामांतरण कराना था। इस हेतु उसने उंगारपाल, भनपुरी के हल्का नंबर 13 में पटवारी मुकेश कुमार बिसाई से संपर्क किया। आरोप है कि उन्होंने नामांतरण के लिए 8 हजार रुपए मांगे। इस पर प्रार्थी ने ACB में शिकायत की। सत्यापन के बाद जगदलपुर एसीबी यूनिट ने ट्रैप किया और पटवारी मुकेश बिसाई को उसके ही बस्तर कार्यालय से रिश्वत के रुपए लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
बलरामपुर : नक्शा और खसरा की नकल देने के बदले मांगे 50 हजार
ऐसे ही एक अन्य मामले में बलरामपुर जिले के राजपुर तहसील के हल्का नंबर 26 के पटवारी अमित गुप्ता पर आरोप है कि उन्होंने बी-1, नक्शा, खसरा की नकल देने के एवज में 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। प्रार्थी द्वारा की गई शिकायत का सत्यापन करने के बाद ACB की अंबिकापुर यूनिट ने ट्रैप का आयोजन किया। इसके बाद टीम ने तय रकम की पहली किश्त के रूप में 40 हजार रुपए लेने पहुंचे पटवारी अमित गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया।
वहीं कवर्धा में भी सहसपुर लोहारा तहसील के ग्राम मानपुर में हल्का नंबर 22, 23 के पटवारी गजेंद्र चंद्रवंशी पर आरोप है कि उन्होंने स्थानीय निवासी को ऋण पुस्तिका बनाकर देने के एवज में 11 हजार रुपए मांगे थे। इस मामले में की गई शिकायत पर ACB ने सत्यापन किया और रुपए लेने के लिए तारीख तय कराई। इसके बाद उनके ही कार्यालय में रिश्वत के रुपए लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। सभी पर कानूनी कार्रवाई की जा रही है।