By सार्थक दुनिया, नई दिल्ली
माइनिंग ग्रुप वेदांता ने कहा कि वह एल्यूमीनियम,जिंक, आयरन ओर, स्टील और ऑयल एंड गैस सहित कई सेक्टर में 50,000 करोड़ रुपये (6 बिलियन डॉलर) लगाने की योजना बना रहा है.
माइनिंग ग्रुप वेदांता ने कहा कि वह एल्यूमीनियम,जिंक, आयरन ओर, स्टील और ऑयल एंड गैस सहित कई सेक्टर में 50,000 करोड़ रुपये (6 बिलियन डॉलर) लगाने की योजना बना रहा है. PTI की रिपोर्ट में कंपनी के अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि वेदांता का उद्देश्य एनुअल EBITDA को न्यूनतम 20,750 करोड़ रुपये तक बढ़ाना है. कंपनी ने ग्रोथ को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 50 से अधिक एक्टिव प्रोजेक्ट और एक्सपेंशन वाली एक पाइपलाइन की भी जानकारी दी है. इन इनिशिएटिव से 6 बिलियन डॉलर से अधिक का इंक्रीनमेंटल रेवेन्यू प्राप्त होने का अनुमान है.
इसके अतिरिक्त उनका अनुमान है कि 31 मार्च को समाप्त होने वाले चालू वित्तीय वर्ष में EBITDA अनुमानित 5 बिलियन डॉलर से बढ़कर अगले वित्तीय वर्ष में 6 बिलियन डॉलर हो जाएगा और संभावित रूप से वित्तवर्ष 2027 तक 7.5 बिलियन डॉलर तक बढ़ जाएगा. बैठक के दौरान वेदांता के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा कि कंपनी अगले 25 सालों में नई ऊंचाइयों को छूने के लिए तैयार है. वाइस चेयरमैन नवीन अग्रवाल ने प्रेजेंटेशन के दौरान कंपनी की रणनीतिक योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया.
वेदांता के बारे में
अनिल अग्रवाल की वेदांता लिमिटेड इंडियन एंड ग्लोबल दोनों कंपनियों के बीच एसेट का एक पोर्टफोलियो रखती है. इसकी होल्डिंग्स में ऑयल एंड गैस वेंचर्स के साथ-साथ जिंक, सिल्वर, लेड, एल्यूमीनियम, क्रोमियम, कॉपर और निकल जैसी मेटल और मिनेरल्स शामिल हैं. आयरन ओर और स्टील प्रोडक्शन के साथ-साथ कोल और रिन्युएबल एनर्जी स्रोतों तक बिजली क्षेत्र भी शामिल है. कंपनी सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग और डिस्प्ले ग्लास प्रोडक्शन जैसे उभरते क्षेत्रों में भी कदम रख रही है