विशेष रिपोर्ट
महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के लिए विशाखापट्टनम और बोकारो से लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) लेकर ऑक्सीजन एक्सप्रेस रवाना हो चुकी हैं. इन स्पेशल ट्रेनों के पहुंचने से महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में जरूरत के मुताबिक ऑक्सीजन दी सकेगी.
विशाखापट्टनम पर एलएमओ से भरे टैंकरों की भारतीय रेल की रो-रो सेवा के माध्यम से भेजा जा रहा है. एक अन्य ऑक्सीजन एक्सप्रेस ने उत्तर प्रदेश में मेडिकल ऑक्सीजन की जरूरत पूरी करने के लिए वाराणसी के रास्ते लखनऊ से बोकारो के लिए अपनी यात्रा शुरू कर दी है.
रेलवे की ओर से चलाई जा रही स्पेशल ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनों को जल्द से जल्द पहुंचाने के लिए खास ग्रीन कॉरिडोर बनाए जा रहे हैं. इनके जरिए ट्रेनों को बिना रास्ते में कहीं रोके चलाया जा रहा है. हाल ही में लखनऊ से वाराणसी तक की 270 किमी की दूरी 62.35 किमी प्रति घंटे की गति से 4 घंटे 20 मिनट में तय करने के लिए एक ग्रीन कॉरिडोर तैयार किया गया था.
रेलवे ने बीते साल लॉकडाउन के दौरान भी आवश्यक वस्तुओं की ढुलाई की और आपूर्ति श्रृंखला को बना रखा तथा आपात स्थिति में राष्ट्र की सेवा जारी रखी.
भारतीय रेल कोरोना की लड़ाई में ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए निरंतर कार्यरत है.इसी क्रम में लिक्विड ऑक्सीजन लाने हेतु ऑक्सीजन एक्सप्रेस को लखनऊ से बोकारो भेजा जा रहा है. जल्द ही ऑक्सीजन एक्सप्रेस से ऑक्सीजन मध्य प्रदेश भी पहुंचाया जायेगा.