Chhattisgarh Police: डीजीपी अवस्थी की छुट्टी, जुनेजा छत्‍तीसगढ़ पुलिस के नए सरदार

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एएन उपाध्याय को हटाकर 20 दिसंबर 2018 को अवस्थी को बनाया गया था पुलिस प्रमुख

विशेष | सार्थक दुनिया न्यूज़, रायपुर | 12 नवंबर 2021, 4:36 PM

रायपुर (सार्थक दुनिया ब्यूरो)| छत्‍तीसगढ़ पुलिस के कामकाज को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की नाराजगी की गाज सीधे पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) डीएम अवस्थी पर गिरी है। सरकार ने गुरुवार को उन्हें पद से हटा दिया है। वे 1986 बैच के आइपीएस हैं। सरकार ने उनसे तीन साल जूनियर 1989 बैच के आइपीएस अशोक जुनेजा को प्रदेश पुलिस की कमान सौंपी है। जुनेजा के पास नक्सल आपरेशन, विशेष खुफिया शाखा (एसआइबी) के साथ छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल (छसब) की मौजूदा जिम्मेदारी भी बनी रहेगी। वहीं, अवस्थी को राज्य पुलिस अकादमी का निदेशक बनाया गया है।

मुख्यमंत्री की नाराजगी के बाद सरकार का बड़ा फैसला
कांग्रेस की सरकार बनने के बाद अवस्थी को बनाया गया था डीजीपी
अब तक नक्सल आपरेशन संभाल रहे थे स्पेशल डीजी जुनेजा

सरकार ने जुनेजा को पांच वरिष्ठ अफसरों को दरकिनार कर डीजीपी बनाया है। जुनेजा पूर्ववर्ती सरकार के दौरान मुख्यमंत्री बघेल के गृह जिला दुर्ग के अलावा रायपुर के एसएसपी और दुर्ग के साथ बिलासपुर रेंज के आइजी रह चुके हैं। जुनेजा की पहचान विवाद से दूर रहने वाले सहज, सरल के साथ टीम को साथ लेकर चलने वाले अफसर के रूप में हैं। वे रायगढ़ में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, बिलासपुर एसपी के अलावा परिहवन आयुक्त और गृह सचिव के साथ ही खुफिया विभाग के प्रमुख का पद संभाल चुके हैं। जुनेजा जून 2023 में सेवानिवृत्त होंगे।

तीन साल का कार्यकाल पूरा करने से 37 दिन पहले हटाए गए
छत्‍तीसगढ़ प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने (17 दिसंबर 2018) के दो दिन बाद 19 दिसंबर 2018 को सरकार ने तत्कालीन डीजीपी एएन उपाध्याय को हटाकर अवस्थी को प्रदेश पुलिस की कमान सौंपी थी। यानी अवस्थी अगले महीने तीन वर्ष का कार्यकाल पूरा कर लेते, लेकिन इससे पहले ही उन्हें हटा दिया गया।

विश्वरंजन के बाद हटाए जाने वाले दूसरे डीजीपी
राज्य में यह दूसरा मौका है जब किसी डीजीपी को सेवानिवृत्ति से पहले हटाया गया है। इससे पहले पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में विश्वरंजन को 2011 में हटाया था। विश्वरंजन को हटाकर होमगार्ड की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। अवस्थी 2023 में सेवानिवृत्त होंगे।

इस वजह से हटाए गए अवस्थी
सरकार के उच्चपदस्थ सूत्रों के अनुसार धर्मांतरण को लेकर प्रदेशभर में बवाल के बीच लगातार बिगड़ रही कानून-व्यवस्था अवस्थी को हटाए जाने की सबसे प्रमुख वजह है। बता दें कि पिछले महीने 22 तारीख को मुख्यमंत्री बघेल ने राज्य के सभी एसपी के साथ समीक्षा बैठक की थी। इसके बाद मंगलवार को फिर उन्होंने पुलिस और गृह विभाग के अफसरों के साथ समीक्षा बैठक की। इस बैठक में बघेल ने पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर नाराजगी जाहिर की थी।

 

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