ग़ज़ल- अनन्या श्रीकानपुर-उत्तरप्रदेश
दिल दिया मैंने तुझे अब प्यार कर।आज मेरे हमसफ़र इक़रार कर।रात बीतेगी सहर भी आएगी।इश्क़ का दरिया अभी तू पार कर।चाँद सा चेहरा मेरा खिलने लगा।नैन कजरारे कहे अब धार कर।साथ देना राह में ओ हमसफ़र।जीत जाना...
सार्थक दुनिया साहित्य डेस्क
कोरबा | विश्व संवाद केंद्र छत्तीसगढ़ के तत्वावधान में टैगोर उद्यान टीपी नगर में आयोजित समारोह में 'पांचजन्य' नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित 'राम मंदिर से राष्ट्र मंदिर' विशेषांक का विमोचन वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. माणिक विश्वकर्मा 'नवरंग' के...