सरोज पाण्डेय छत्तीसगढ़ भाजपा की दिग्गज नेताओं में शुमार हैं। वे दुर्ग की महापौर, विधायक और सांसद रही हैं।
सार्थक दुनिया न्यूज़, रायपुर
उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए छत्तीसगढ़ की भी भागीदारी बढ़ती दिख रही है। भारतीय जनता पार्टी ने राज्यसभा सांसद सरोज पाण्डेय को उत्तर प्रदेश का सह प्रभारी बनाया है। वे भाजपा के सात नेताओं की टीम का हिस्सा होंगी, जिसे केंद्रीय शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान लीड करेंगे। उधर, कांग्रेस ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की टीम को वहां पहले ही काम पर लगा रखा है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बुधवार को उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए प्रभारी और सह प्रभारी की नियुक्ति की। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान इस चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश के प्रभारी होंगे। केंद्रीय सूचना, प्रसारण और खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर, केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, राज्यसभा सांसद सरोज पाण्डेय, केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे, कैप्टन अभिमन्यु, केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी और राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर को सह प्रभारी के तौर पर टीम में रखा गया है। भाजपा के प्रभारी महासचिव अरुण सिंह ने इन नियुक्तियों को तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया है।
कांग्रेस में छत्तीसगढ़ की चुनावी प्रबंधन टीम कुछ महीने पहले से सक्रिय है। प्रियंका गांधी ने मुख्यमंत्री के संसदीय सलाहकार राजेश तिवारी को कांग्रेस का राष्ट्रीय सचिव बनाकर उत्तर प्रदेश का जिम्मा दिया है। राजेश तिवारी और उनकी टीम उत्तर प्रदेश के सभी जिलों का एक दौरा इसी सप्ताह पूरा कर चुकी है। पिछले महीने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी UP कांग्रेस की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात की थी। बताया जा रहा है, इस दौरान भी उन्होंने यूपी चुनाव प्रबंधन और छत्तीसगढ़ की राजनीतिक मदद पर बात हुई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने UP चुनाव में जिम्मेदारी की पेशकश की थी।
ब्राह्मण कार्ड की टाइमिंग भी
इन नियुक्तियों पर भाजपा का सोशल इंजीनियरिंग फॉर्मूला भी बताया जा रहा है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल लखनऊ में ब्राह्मणों के खिलाफ उत्तेजक बयान दे आए हैं। इसके बाद से वहां जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं। प्रदेश में ब्राह्मण वोटरों की नाराजगी झेल रही भाजपा ने सरोज के चेहरे के बहाने ब्राह्मण कार्ड खेलकर एकजुटता दिखाने की कोशिश की है।
कौन हैं सरोज पाण्डेय जिन्हें भाजपा ने यूपी की जिम्मेदारी दी
भाजपा से राज्यसभा सांसद हैं। रायपुर के रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय से 1992-93 में एमएससी की डिग्री ली है। छात्र राजनीति से सक्रिय हैं। साल 2000 में इन्हें दुर्ग नगर निगम का महापौर चुना गया। साल 2005 में उन्हें दोबारा महापौर चुना गया। महापौर रहते हुए ही भाजपा ने 2008 के चुनाव में उन्हें वैशाली नगर सीट से विधानसभा का उम्मीदवार बना दिया। पहली पारी में ही सरोज मैदान मारकर विधानसभा पहुंच गईं। उसी वर्ष उन्हें भाजपा महिला मोर्चा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया। 2009 में हुए लोकसभा चुनाव में उन्होंने दुर्ग से चार बार सांसद रह चुके ताराचंद साहू को हरा दिया। उस समय वे एक साथ महापौर, विधायक और सांसद थीं।
मोदी लहर में चुनाव हारीं तो करियर खत्म कहा गया, सरोज बड़ी नेता बन गईं
भाजपा ने 2014 की मोदी लहर में एकतरफा चुनाव जीता, लेकिन सरोज पाण्डेय अपना दुर्ग नहीं बचा पाईं। दुर्ग छत्तीसगढ़ की 11 में से एकमात्र सीट थी, जिसपर कांग्रेस का कब्जा हो गया। कहा गया, मोदी लहर में हारी हैं, अब करियर खत्म। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। भाजपा की समीक्षा में सामने आया कि आपसी गुटबाजी की वजह से यह परिणाम आए हैं। सरोज पाण्डेय को भाजपा का राष्ट्रीय महासचिव बना दिया गया। बाद में महाराष्ट्र का प्रभार भी मिला। बाद में उन्हें राज्यसभा भेजा गया। जेपी नड्डा की कार्यकारिणी में उन्हें जगह नहीं मिली थी, अब फिर से उनकी साख जमती दिख रही है।