बिजली उत्पादन में एनटीपीसी कोरबा एक बार फिर रहा देश भर में अव्वल

Must Read

By सार्थक दुनिया न्यूज़ डेस्क, कोरबा
Updated Date Thursday, January 6, 2022, 11: 32 AM IST

कोरबा, (सार्थक दुनिया) | कोयला संकट के बावजूद राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम (एनटीपीसी) कोरबा संयंत्र ने तीसरी तिमाही में 94.07 फीसद प्लांट फैक्टर (पीएलएफ) के साथ एक बार फिर देश भर में बिजली उत्पादन में नंबर वन रही। कोयले की आपूर्ति प्रभावित होने पर साउथ इस्टर्न कोलफिल्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) के अलावा महानदी कोल फिल्ड्स लिमिटेड (एमसीएल) व सिंगरैनी से कोयला मंगाया जा रहा है। नए नियमों के अनुसार बिजली संयंत्रों के पास न्यूनतम 17 दिन का कोयले का स्टाक होना अब अनिवार्य कर दिया गया है। इसके साथ ही संयंत्र को कुसमुंडा खदान से भी लिंकेज का कोयला मिलेगा।
वर्ष 2021में अधिक बारिश होने की वजह से कोल इंडिया की खदानों में उत्पादन प्रभावित हुआ। इसका असर देश भर के विद्युत संयंत्रों पर पड़ा। इससे एनटीपीसी के संयंत्र भी अछूते नहीं रहे। पहले 10 से 12 दिन का कोयला स्टाक में रखे जाने का कायदा तैयार किया गया था। संकट के दौर से सबक लेते हुए स्टाक अवधि को बढ़ाकर अब 17 दिन का कर दिया गया है। आपको बता दें कि एनटीपीसी कोरबा संयंत्र के पास महज छह दिन का कोयला स्टाक है। एसईसीएल की गेवरा खदान से मेरी गो राउंड (एमजीआर) सिस्टम से कोयला आपूर्ति किया जाता है। एनटीपीसी अभी तक गेवरा पर ही निर्भर है, लेकिन अब उसे कुसमुंडा के लिंकेज से भी कोयला मिलेगा।
एनटीपीसी के कार्यपालक निदेशक बिश्वरूप बसु ने बताया कि कुसमुंडा में साइलो का निर्माण कार्य चल रहा है। उसके पूरा हो जाने के बाद वहां से भी संयंत्र को कोयले की आपूर्ति संभव हो सकेगी। वर्तमान में कोयले की आपूर्ति सामान्य करने के लिए कोल इंडिया की एमसीएल व सिंगरैनी से कोयला मंगाया जा रहा। दूर से कोयला मंगाने पर बिजली उत्पादन लागत में बढ़ोत्तरी होगी। वर्तमान में संयंत्र के स्टेज वन से 1.26 से स्टेज टू से 1.29 रुपये प्रति यूनिट बिजली उत्पादित हो रही है। परिवहन खर्च बढ़ने से यह राशि बढ़ कर 1.40 रुपये तक प्रति यूनिट हो जाएगी। केंद्र सरकार से एनटीपीसी को आबंटित कोल ब्लाक से उत्पादित कोयले की आपूर्ति निकट के संयंत्रों में किया जा रहा है। श्री बसु का कहना है कि देश के अन्य संयंत्रों में कोयला आपूर्ति बाधित होने या खराब कोयला की वजह से 1.53 फीसद बिजली उत्पादन प्रभावित हुआ, पर कोरबा संयंत्र इससे अछूता रहा।
एनटीपीसी कोरबा संयंत्र लगातार अग्रणी बना हुआ है। चालू वित्तीय वर्ष की 31 दिसंबर को खत्म हुई तीसरी तिमाही में एनटीपीसी कोरबा संयंत्र का प्लांट लोड फैक्टर (पीएलएफ) 94.07 फीसद रहा। जबकि दूसरे स्थान पर पश्चिम बंगाल के सयालडीह स्थित संयंत्र 93.93, तीसरे स्थान पर मध्य प्रदेश में रिलायंस का सासन संयंत्र 93.1 पर रहा। वहीं विद्युत उत्पादन कंपनी का डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ताप विद्युत संयंत्र 84.07 पीएलएफ के साथ देश में छठवें स्थान पर है। श्री बसु ने कहा कि कोरबा के लिए यह गौरव की बात है कि यहां से दो संयंत्र ने टाप टेन में अपनी जगह बनाई है।
प्रगतिनगर में 57 करोड़ से बनेगा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट
नगर पालिक निगम की कोहड़िया में स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का पानी एनटीपीसी में खपत करने की योजना सफल नहीं हो सकी। नदी पार कर पानी आपूर्ति करने पर उर्जा मंत्रालय ने रोक लगा दी है। हालांकि प्रगतिनगर में 57 करोड़ की लागत से नया वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जाएगा। इसके लिए 50 फीसद राशि जहां केंद्र सरकार देगी, वहीं राज्य सरकार व एनटीपीसी से 25-25 फीसद राशि उपलब्ध होगी। प्रगति नगर के पास छह एकड़ जमीन भी एनटीपीसी ने उपलब्ध कराया है। कार्यपालक निदेशक श्री बसु ने बताया कि नगर निगम से एनओसी मिलते ही राशि प्रदान कर दी जाएगी। प्रगतिनगर में संयंत्र बनने से कम दर पर पानी मिल सकेगा। मंत्रालय के पत्र की प्रतिलिपि निगम को भेज दी गई है।
जिला अस्पताल को देंगे सिटी स्कैन मशीन
जिला अस्पताल में सिटी स्कैन मशीन एनटीपीसी के सहयोग से स्थापित किया जाएगी। लगभग दो करोड़ की लागत से मशीन खरीदने हेतु निविदा प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। न्यूनतम दर वाली कंपनी को कार्यादेश सौंपा जाएगा। इसके अलावा एनटीपीसी कोरबा के विभागीय अस्पताल में एक अतिरिक्त डायलिसिस मशीन लगाया जाएगा।

 

Latest News

बालको ने भारतीय डाक सेवा के सहयोग से वित्तीय साक्षरता को दिया बढ़ावा

बालकोनगर। भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने व्यावसायिक साझेदार के कर्मचारियों के लिए एक वित्तीय सशक्तिकरण कार्यक्रम आयोजित किया।...

बालको ने भारतीय डाक सेवा के सहयोग से वित्तीय साक्षरता को...

बालकोनगर। भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने व्यावसायिक साझेदार के कर्मचारियों के लिए एक वित्तीय सशक्तिकरण कार्यक्रम आयोजित किया। आयोजन भारतीय डाक सेवा, बिलासपुर...

More Articles Like This