सार्थक दुनिया न्यूज़, कोरबा
27 नवंबर 2021, 10:36 PM IST
कोरबा | एक बुजुर्ग गरीब और बेसहारा महिला के लिए ‘जीवन आशा हॉस्पिटल’ जमनीपाली के चिकित्सक देवदूत बनकर सामने आए हैं। इस हॉस्पिटल में सोल्डर की तकलीफ से बुरी तरह पीड़ित महिला का आयुष्मान कार्ड के जरिए नि:शुल्क और सफल ऑपरेशन कर उसे राहत दिलाई गई है।
बालको थाना अंतर्गत रूमगड़ा में रहने वाली 60 वर्षीय बुजुर्ग महिला मथुरा बाई मानिकपुरी पिछले कई साल से अकेली रह रही है। परिवार में कोई और सदस्य नहीं होने के कारण वह अकेले ही जीवन यापन करने को मजबूर है। मजदूरी कर अपना जीवन यापन कर रही मथुरा बाई सोल्डर की तकलीफ से काफी परेशान थी।
मिली जानकारी के अनुसार बुजुर्ग मथुरा बाई मजदूरी कर घर वापस लौट रही थी इसी दौरान वह अचानक रास्ते में गिर पड़ी। जिसके बाद से उसके दाहिने हाथ के सोल्डर में फैक्चर हो गया था। आर्थिक तंगी के कारण उपचार करा पाने में असमर्थ रही मथुरा बाई के हाथ में सूजन और असहनीय दर्द भी होने लगा। उसकी परेशानी को देखते हुए उसके पड़ोसियों ने उसे जीवन आशा हॉस्पिटल जमनीपाली में भर्ती कराया, जहां हड्डी रोग विशेषज्ञ/सर्जन डॉ. सौरभ अग्रवाल ने चिकित्सीय परीक्षण उपरांत ऑपरेशन करने की बात कही। डॉ. अग्रवाल ने महिला के दाहिने हाथ के क्लेविकल शोल्डर का आयुष्मान कार्ड के तहत निःशुल्क सफल ऑपरेशन किया।
गंभीर रूप से चोटिल होने के कारण महिला अपने हाथ से कोई भी काम करने में सक्षम नही थी। सर्जरी के बाद अब इस तकलीफ से उसे राहत मिल गई है। बुजुर्ग महिला ने इस तकलीफ से बिना किसी व्यक्तिगत खर्च के निजात मिलने पर डॉक्टर टीम सहित जीवन आशा हॉस्पिटल प्रबंधन के प्रति आभार जताया है।