रायगढ़ | एनटीपीसी की लारा इकाई, कोरोना संक्रमण के शुरुआती दौर से ही अपने नगर एवं संयंत्र परिसर के अलावा आसपास के गांवों में जागरूकता लाने के लिये अभियान चलाती आ रही है। गांवों में मास्क-सैनेटाइजर एवं मोबाइल हॉस्पिटल के माध्यम से चिकित्सा सेवा प्रदान करना एनटीपीसी की प्राथमिकताओं में से एक है। परियोजना प्रभावित गाँव छपोरा में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का भवन निर्माण एवं चिकित्सकीय उपकरणों की उलब्धता एनटीपीसी लारा द्वारा कराई गई है। महामारी से जीवन रक्षा में यह प्रयास अत्यंत महत्वपूर्ण साबित हुआ है।
एनटीपीसी परिसर में कोरोना अनुरूप व्यवहार का कड़ाई से पालन किया जाता है। एनटीपीसी के 71 कर्मियों के संक्रमित होने के बावजूद अभी तक कोई जनहानि नहीं हुई है। इसमें से 56 कर्मचारी ठीक हो चुके हैं एवं 15 कर्मचारी स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर रहे हैं। एनटीपीसी कर्मचारियों के अतिरिक्त उनके परिजन, सीआईएसएफ़ के जवान एवं एनटीपीसी से सम्बद्ध एजेंसियों के लगभग 132 अन्य कोरोना संक्रमित हुए जिनमें 105 स्वस्थ हो चुके हैं एवं 27 इलाजरत हैं। एनटीपीसी, लारा हॉस्पिटल के डॉक्टरों द्वारा समय रहते संक्रमित लोगों को जरूरी परामर्श दिया गया, उनकी नियमित मॉनिटरिंग की गई और एहतियाती कदम उठाने को कहा गया।
प्लांट के अंदर स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर (एसओपी) का कड़ाई से पालन किया जाता है। समस्त कार्यालय परिसर को हर तीन घंटे पर सेनेटाइज किया जाता है। कोरोना संक्रमितों को परिसर में ही अलग से महानदी भवन में रखा जाता है जहां सामान्य आवागमन निषेध है एवं मात्र चिकित्सकर्मी तथा भोजन पंहुचाने के लिये इंडियन काफी हाउस कर्मी पीपीई किट पहनकर प्रवेश करते है। महानदी भवन स्थित कोविड सेंटर में आवश्यकता पड़ने पर संक्रमितों को ऑक्सीज़न प्रदान करने की व्यवस्था भी उपलब्ध है।
प्लांट के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सरोज कुमार पुजारी के नेतृत्व में लारा टाउनशिप स्थित एनटीपीसी के अस्पताल में पांच डॉक्टरों की टीम तैनात है जो अलग-अलग शिफ्ट में सदैव उपलब्ध रहती है।