कोरबा | विश्व महामारी कोरोना संक्रमण के कारण कोरबा जिले में 12 अप्रैल से लॉकडाउन प्रभावशील है। कोरोना का फैलाव न हो, इस महत्वपूर्ण वजह से जिला प्रशासन द्वारा निर्देशित कुछ आवश्यक कार्यों को छोड़कर लगभग सभी बाह्य कार्यों पर पूरी तरह से रोक है। बावजूद इसके जिले के रेत संचालकाें की मनमानी उफ़ान पर है। दो- ढ़ाई महिने बाद आने वाले बरसात के मौसम को देखते हुए भी वे पूरी शिद्दत से रेत खनन और भंडारण कार्य में लगे हुए हैं।
शहर के बाह्य सीमा पर निगम क्षेत्र के अंतर्गत वार्ड क्रमांक 3 में स्थित गेरवाघाट की यही स्थिति है। यहां बेख़ौफ़ और पूरी तरह निश्चिंत होकर रेत का अनवरत परिवहन किया जा रहा है। पूछने पर रेत परिवहनकर्ता ट्रैक्टर चालक इस कार्य को अति आवश्यक कार्यों में शुमार करते हुए लॉकडाउन के हिसाब से प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों के अंदर की बात बताते है।
बहरहाल! बात कुछ भी हो, सच्चाई फिलहाल तो यही है कि कोरबा जिले में लॉकडाउन प्रभावशील होने के बाद भी गेरवाघाट में रेत खनन और परिवहन का कार्य बदस्तूर जारी है।