कलेक्टर अजीत वसंत ने आज पोड़ी उपरोड़ा विकासखंड के अंतर्गत ग्राम सरभोंका के निमऊ कछार में प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना और जिला खनिज संस्थान न्यास के सहयोग से स्थानीय मछुवारों द्वारा केज के माध्यम से किए जा रहे मत्स्य पालन का निरीक्षण किया। उन्होंने यहां बांगो सहित आस-पास के पंजीकृत मछुवारा समिति के सदस्यों से चर्चा कर उनके द्वारा मत्स्य पालन से हो रही आमदनी और जीवन स्तर में बदलाव को भी जाना।
स्थानीय ग्रामीणों ने कलेक्टर को बताया कि केज कल्चर के माध्यम से उन्हें हर साल 80 से 90 हजार की आमदनी तो होती ही है, इसके साथ ही साफ-सफाई, मछली के परिवहन और बिक्री में भी उनकी आमदनी बढ़ी है। यहां 800 नग में केज लगाया गया है, जिसमें 9 पंजीकृत मछुवारा समिति है और लगभग 160 सदस्यों को 5-5 केज उपलब्ध कराया गया है। उन्हें प्रशिक्षित और अनुभवी व्यक्ति द्वारा केज के माध्यम से मछली उत्पादन बढ़ाने के लिए समय-समय पर मार्गदर्शन भी मिलता रहा है। इसके साथ ही यहां उत्पादित की जाने वाली मछली को बाहर निर्यात भी किया जाता है। जिससे उन्हें न सिर्फ आमदनी होती है बल्कि इससे उनके जीवन-स्तर में भी बदलाव आ रहा है।
कलेक्टर श्री वसंत ने मौके पर मत्स्य अधिकारियों से चर्चा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने जिले में केज कल्चर को बढ़ावा देने तथा इसके माध्यम से स्थानीय ग्रामीणों-मछुवारों को रोजगार का अवसर प्राप्त होने से आर्थिक लाभ मिलने और केज के विस्तार के लिए जिला प्रशासन द्वारा हर प्रकार का सहयोग देने की बात कही। उन्होंने लैण्डिंग सेंटर, प्रोसेसिंग यूनिट, एक्वा पार्क विस्तार तथा एक्वा टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए भी सहयोग करने की बात कही। उन्होंने ग्रामीणों से स्थानीय समस्याओं और शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की।
इस अवसर पर पोड़ीउपरोड़ा ब्लॉक के एसडीम तुलाराम भारद्वाज और मत्स्य विभाग के अधिकारी क्रांतिकुमार बघेल भी उपस्थित थे।
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