47 घंटे बाद मिली लाश: बाईं तट नहर में नहाने के दौरान डूबे स्कूली छात्र का शव घटनास्थल से 3 किलोमीटर दूर मिला, कड़ी मशक्कत के बाद टीम को मिली सफलता… इकलौता बेटा था मृतक

Must Read

सार्थक दुनिया न्यूज़, कोरबा | 15 मार्च 2022

कोरबा  | सार्थक दुनिया 

औद्योगिक शहर के बीच से होकर गुजरने वाली हसदेव बाईं तट नहर में डूबे स्कूली छात्र शौर्य गुप्ता की लाश आखिरकार 47 घंटे बाद मिल ही गई। जानकारी के अनुसार छात्र की लाश घटनास्थल से तक़रीबन 3 किलोमीटर दूर तुलसी नगर के पास मिली है। वह दो दिन पहले अपने दोस्तों के साथ नहर तट पर नहाने के लिए गया हुआ था। इस दौरान वह पानी के तेज़ बहाव में फंसकर गहराई में चला गया। इसके बाद से उसका कुछ पता नहीं चला सका था। हालांकि खोजबीन के लिए हर स्तर पर सारे प्रयास किए गए। यह मामला सीएसईबी चौकी क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक सरस्वती स्कूल में अध्ययनरत बुधवारी निवासी शौर्य गुप्ता पिता – अंबिका गुप्ता, उम्र-15 वर्ष अपने 4 दोस्तों के साथ रविवार की सुबह करीब 11 बजे हसदेव बाईं तट नहर में नहाने गया हुआ था। उसके दोस्तों ने बताया कि शौर्य ने जैसे ही नहर में छलांग लगाई वो अकस्मात गहराई में चल गया। इसके बाद उसे आगे बहता हुआ देख हम सभी दोस्तों ने उसे बचाने के लिए नहर में छलांग भी लगाई लेकिन यह सब निरर्थक साबित हुआ। हम उसे ढूढ नहीं सके। थक हारकर हमने इस बात की जानकारी उसके परिवार जनों को दे दी।

इस हाल में मिला शव

यह ख़बर मिलते ही छात्र के परिजन और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। इसके तुरंत बाद घटनास्थल पर पहुंचे गोताखोरों की मदद से उसकी तलाश भी की गई लेकिन रविवार को दिन भर किए गए इस अनवरत प्रयास का कोई यथेष्ठ लाभ नहीं मिल सका। अगले दिन सोमवार को फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। मगर, दिनभर चली अथक कोशिशों के बाद भी उसकी तलाशी नहीं की जा सकी।

नहर के पानी को किया गया था कम
इधर, खोजबीन में हो रही दिक्कतों को देखते हुए परिजनों और आस-पास के लोगों की मांग पर प्रशासन ने नहर से पानी की सप्लाई को भी कम करा दिया था। इस बीच मंगलवार सुबह से उसकी तलाश पुनः शुरू गई की। इस अभियान के दौरान गोताखोरों को सुबह 10 बजे के करीब घटनास्थल से 3 किलोमीटर दूर तुलसी नगर बाईपास नहर के पास पानी में ऊपर तक आ गया उसका शव मिला गया।

मां-बाप का इकलौता बेटा था शौर्य
अपने इकलौते पुत्र का शव मिलने के बाद से ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। उसके पिता अंबिका गुप्ता शहर में ही सब्जी बेचने का काम करते हैं।

 

Latest News

बालको ने भारतीय डाक सेवा के सहयोग से वित्तीय साक्षरता को दिया बढ़ावा

बालकोनगर। भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने व्यावसायिक साझेदार के कर्मचारियों के लिए एक वित्तीय सशक्तिकरण कार्यक्रम आयोजित किया।...

बालको ने भारतीय डाक सेवा के सहयोग से वित्तीय साक्षरता को...

बालकोनगर। भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने व्यावसायिक साझेदार के कर्मचारियों के लिए एक वित्तीय सशक्तिकरण कार्यक्रम आयोजित किया। आयोजन भारतीय डाक सेवा, बिलासपुर...

More Articles Like This