by लकी गहलोत, रायगढ़ | सार्थक दुनिया न्यूज़
रायगढ़ | खरसिया जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत तेलीकोट में सरपंच की मनमानी को लेकर ग्रामीण और कुछ पंचों ने मिलकर मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने बताया कि सरपंच ग्राम सभा नहीं करते हैं। पंचायत में आए किसी भी प्रकार के निर्माण कार्य को बगैर किसी को बताए सरपंच अपनी मनमानी करते हैं। ग्राम पंचायत तेलीकोट के ग्रामवासियों का आरोप है कि उनके ग्राम पंचायत सरपंच किसी भी प्रकार की जानकारी दिए बिना ही अपनी मनमानी कार्य कर रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि निर्माण कार्य शुरू होने के पहले ही मिलीभगत कर निर्माण कार्य का राशि आहरण कर बंदरबांट कर लेते हैं। ऐसे में ग्राम पंचायत के कुछ पंच और ग्रामीणों में आक्रोश देखा जा रहा है। उक्त मुद्दे को लेकर ग्राम वासी ग्राम तेलीकोट से पैदल चलकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने सरपंच के खिलाफ ज्ञापन सौंपा है।
कलेक्टर को ज्ञापन देने आए कुछ पंचों ने बताया कि कई निर्माण कार्य के मामले ऐसे हैं जो बिना काम कराए अथवा अधूरा काम कर राशि का आहरण कर लिया गया है।
आपको बता दें कि इसकी शिकायत उन्होंने कई बार मौखिक रूप से जनपद पंचायत खरसिया में भी की है लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नही की गई है। इसलिए ग्रामवासियों ने पंचायत के कुछ पंचों को साथ लेकर ग्राम तेलीकोट खरसिया से पैदल चलते हुए कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर अपना ज्ञापन दिया।
ग्राम तेलीकोट के निवासियों ने सरपंच के मनमानी की शिकायत जिला पंचायत सीईओ से भी की है। शिकायत में ग्रामीणों ने बताया है कि सरपंच द्वारा पंचायत कार्य में मनमानी एवं अनियमितता बरती जा रही है। अपने ज्ञापन में ग्रामवासियों ने यह जानकारी भी दी है कि ग्राम पंचायत सरपंच द्वारा अपने पद का दुरुपयोग कर आमजनता को परेशान किया जा रहा है। ग्रामवासियों ने आगे बताया कि पंचायती कार्य के लिए जो पैसा नहीं देता है, सरपंच उसके कागज पर हस्ताक्षर भी नही करता है। यह भी देखा गया है कि बोर पम्प खराब होने के बावजूद सरपंच द्वारा उसे नहीं बनवाया जाता है जबकि इसकी पूरी जबावदेही सरपंच का ही होता है।
ग्राम पंचायतों को सरकार द्वारा ग्राम विकास को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से मूलभूत राशि जारी करती है, जिन्हें सरपंच मनमानी तरीके से निकाल लेते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि कुछ माह पहले तेलिकोट में मंत्री द्वारा जनसंपर्क के दौरान पेंशन व राशनकार्ड के लिए जनपद के आदेश से सचिव द्वारा गाँव में शिविर लगाया गया था, जिसमें न तो सरपंच उपस्थित हुआ और न ही उन्होंने किसी के फार्म पर हस्ताक्षर ही किया। उन्होंने यह भी कहा कि हमारे ग्राम पंचायत तेलिकोट में वर्ष 2019- 2020 में आंगनबाड़ी भवन स्वीकृति हुआ था जिसकी एडवांस राशि रूपए 1,45,000 का आहरण कर सरपंच एवं उनके साथियों द्वारा बंदरबाट कर लिया गया। इस कारण से आंगनबाड़ी भवन पिछले तीन साल से प्रारंभ ही नही हो पाया है। जनपद पंचायत खरसिया द्वारा आगनबाड़ी भवन को चालू करवाने या राशि को जमा करने के लिए नोटिस जरूर भेजा गया लेकिन अब तक ऐसा नहीं हो सका है। उन्होंने सरपंच के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।