नजरिया | सार्थक दुनिया न्यूज़
बालको नगर | “शासकीय या निजी सेवा में होते हुए भी अपनी जिम्मेदारियों के बीच यदि सामाजिक और पारिवारिक दायित्व को सही तरीके से पूरी जिम्मेदारी के साथ निभाने का सकारात्मक प्रयास किया जाए, तो सफलता का मिलना अवश्यंभावी है।” यह कथन बालको थाना प्रभारी राकेश कुमार मिश्रा का है।
अपने जीवन में कर्म और कर्तव्य को विशेष महत्व देने वाले राकेश मिश्रा विचारशील और प्रबुद्ध महानुभावों में शुमार होते हैं। शासकीय सेवा के साथ समाज को समर्पित अपनी जिम्मेदारियों को निभाने में वे सदैव तत्पर रहते हैं।
ऐसा ही एक वाकया विश्व, प्रदेश और कोरबा जिले में तेजी से बढ़ रहे कोरोना महामारी से बचाव के मामले को लेकर उनके द्वारा क्षेत्र में किए गए सामाजिक प्रयास और उसकी सार्थकता को लेकर सामने आया है। बातचीत के दौरान श्री मिश्रा ने कोरोना संक्रमण के निरंतर गंभीर होते जा रहे माहौल के बीच विश्वास पूर्वक यह भी कहा कि, ‘हमारे संकल्प से ही परास्त होगा कोरोना’
थाना प्रभारी बालको श्री मिश्रा ने कोरोना महामारी के गंभीर फैलाव को देखते हुए नगर वासियों से पूूरी सतर्कता के साथ बचाव की अपील भी की। उन्होंने कहा कि – “पूरी दुनिया के साथ हमारे क्षेत्र में भी कोरोना महामारी का व्यापक असर है। जिंदगी संकट में है। पीड़ित और उनके परिजनों की परेशानी बढ़ रही है। मौजूदा चुनौतियों से निपटने के लिए प्रशासन नगर निगम और जिला पुलिस बल कोरबा अपने स्तर पर लगातार प्रयास कर रही है। इस दौर में हम सभी अपने जिम्मेदार नागरिक होने का परिचय देते हुए कोरोना से बचने और बचाने का समुचित प्रयास भी आवश्यक रूप से करें.”
श्री मिश्रा ने विशेष बल देते हुए यह भी कहा कि – “हम यह धारणा पुख्ता करें कि यह संकट स्थाई नहीं है और हमें इसे हर हाल में हराना है।” उन्होंने कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर ध्यान भी आकृष्ट किया। आइए देखें ..
• हर स्थिति में धैर्य बनाए रखें, साहस का परिचय दें और अफवाहों पर बिल्कुल ध्यान ना दें।
• शवों की स्थिति, श्मशान घाट की तस्वीर और कोरोना की भयावहता से संबंधित चित्र प्रसारित करने से बचें।
• सकारात्मकता खुद को, अपने परिजनों को और दूसरों को सही रास्ते पर ले जाने का माध्यम बनेगी। इसका प्रचार- प्रसार करें।
• विश्वास रखिए नागरिकों की सहायता के लिए जिला पुलिस बल कोरबा, जिला प्रशासन, नगर निगम, और संबंधित विभाग की टीमें पुरजोर तरीके से काम कर रही हैं।
• हम सभी को याद रखना होगा कि संकट के इस दौर में धैर्य, साहस, दृढ़ विश्वास के साथ-साथ हमें अपने आत्मबल को मजबूत बनाए रखना है। हम सभी की ऐसी कोशिशों से अपने-अपने क्षेत्रों में वैश्विक महामारी के नए स्वरूप को टक्कर दिया जा सकेगा और हम सभी खतरे से उबर सकेंगे।