गाज़ीपुर, (उत्तर प्रदेश) | अवैध मादक पदार्थों की तस्करी रोकने को लेकर चलाए जा रहे अभियान के तहत गाजीपुर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। गाजीपुर जिले के गहमर थाने की पुलिस और एसओजी टीम द्वारा कर्मनाशा नदी पर प्रेस लिखे एक ओबी वैन से शुक्रवार को 350 किलो गांजा बरामद किया गया है। वैन में बैठे असम के रहने वाले दो लोगों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है, उनके पास से एक अवैध तमंचा भी पुलिस ने बरामद किया है। आज इस मामले का पुलिस अधीक्षक गाजीपुर रोहन पी बोत्रे ने खुलासा किया‚ वहीं उन्होंने बताया कि इनकी कॉल डिटेल भी खंगाली जा रही है, अन्य जानकारियां भी जुटाई जा रही हैं। उसके आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस को देखते ही बढ़ा दिए वाहन की रफ्तार
पुलिस टीम द्वारा बिहार बॉर्डर पर कर्मनाशा नदी के पास चेकिंग की जा रही थी। उसी समय बिहार की तरफ से एक ओबी वैन आती दिखाई दी, जिस पर प्रेस लिखा हुआ था। वहां मौजूद पुलिस कर्मियों को देखकर वाहन चालक ने रफ्तार बढ़ा दिया। जिसपर पुलिस को शक हुआ और पुलिस टीम ने तत्काल बैरियर लगाकर वैन को रोक लिया। वाहन में बैठे लोगों से पुलिस ने पूछताछ किया तो चालक ने अपना नाम मोकिबुल हुसैन निवासी नगर मार्ग थाना हौंली जिला बरपेटा, असम बताया। उसके कब्जे से पुलिस ने एक अवैध तमंचा भी बरामद किया। वहीं दूसरे ने अपना नाम महिदुल इस्लाम निवासी नगरझार थाना हौंली, असम बताया।
तलाशी लेने पर बरामद हुआ 350 किलो गांजा
गाड़ी पर प्रेस लिखा हुआ था और उनके पास से अवैध तमंचा बरामद होने के बाद पुलिस ने वैन की तलाशी ली। तलाशी के दौरान वैन के पिछले हिस्से में टेप लगाकर आयताकार बंडल रखे हुए मिले। पूछने पर दोनों लोगों द्वारा पुलिस को बरगलाया जाने लगा, पुलिस ने एक बंडल को काट कर देखा तो उसमें से गांजा बरामद हुआ। उसके बाद दोनों को गिरफ्तार करते हुए वैन में 33 बंडल में रखे गए 350 किलो गांजा को पुलिस ने बरामद कर लिया।
प्रेस बताते हुए असम से आ गए गाजीपुर
पुलिस के पूछताछ में पकड़े गए दोनों अभियुक्तों ने बताया कि उनको असम राज्य के उदलपूरी जिले के रहने वाले रकीब डोमारी द्वारा यह गांजा और वाहन उपलब्ध कराया गया था। गांजा लेकर दोनों लोग बलिया जा रहे थे। उन लोगों ने यह भी बताया कि रास्ते में पुलिस चेकिंग के दौरान प्रेस बताते हुए दोनों अभियुक्त आगे निकल जाते थे।
पुलिस अधीक्षक गाजीपुर रोहन पी बोत्रे ने बताया कि इनकी कॉल डिटेल भी खंगाली जा रही है, अन्य जानकारियां भी जुटाई जा रही हैं। उसके आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी। वहीं उनके द्वारा गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को बीस हजार रुपए पुरस्कार देने घोषणा भी की गई।