सार्थक दुनिया न्यूज़ || रायपुर
छत्तीसगढ़ में गुरुवार को थर्मामीटर का पारा 46 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया। यहां 45.7 डिग्री सेल्सियस के अधिकतम तापमान के साथ मुंगेली सबसे गर्म स्थान रहा। 44.6 डिग्री सेल्सियस के साथ बिलासपुर और 44.1 डिग्री के साथ रायपुर शहर भी अप्रैल के अधिकतम तापमान के सर्वकालिक रिकॉर्ड के करीब पहुंच गए।
प्रदेश के रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर और सरगुजा संभाग के कुछ हिस्सों में लू जैसी स्थिति बनी रही। सुबह 10 बजे के बाद से धूप असह्य हो चली थी। दोपहर बाद गर्म हवा के थपेड़ों से बाहर काम कर रहे और यात्रा कर रहे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश के रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर और सरगुजा संभाग में अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस तक अधिक रहा। वहीं बस्तर संभाग में यह सामान्य अथवा सामान्य से करीब एक डिग्री सेल्सियस अधिक तक पहुंचा।
सबसे अधिक 45.7 डिग्री सेल्सियस तापमान मुंगेली में दर्ज हुआ। उसके पड़ोसी बिलासपुर में यह 44.6 डिग्री सेल्सियस था। रायपुर में 44.1, दुर्ग में 43.3, राजनांदगांव में 42.8, पेण्ड्रा रोड में 42.1 और अंबिकापुर में अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस मापा गया है। एक दिन पहले तक सबसे अधिक गर्म रहे रायगढ़ का अधिकतम तापमान 44.6 डिग्री सेल्सियस रहा। केवल जगदलपुर में अधिकतम तापमान 38.5 डिग्री सेल्सियस रहा है। बस्तर संभाग के एक-दो स्थानों पर हल्की बरसात भी हुई है। मौसम विभाग ने गीदम में एक मिलीमीटर बरसात रिकॉर्ड की है। इसकी वजह से भी बस्तर संभाग के जिलों में अधिकतम तापमान सामान्य बना हुआ है।
एक दिन पहले यह था अधिकतम तापमान
बुधवार को रायगढ़ में अधिकतम तापमान 45.1 डिग्री सेल्सियस मापा गया। इस दौरान रायपुर का अधिकतम तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं बिलासपुर में 43.4, दुर्ग में 43.2, राजनांदगांव में 42.9, पेण्ड्रा रोड में 41.6और अंबिकापुर में अधिकतम तापमान 41.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था। जगदलपुर में अधिकतम तापमान 37.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था।
कल भी लू चलेगी, बस्तर में बरसात की भी संभावना
मौसम विभाग ने बताया है, एक द्रोणिका पूर्वी उत्तर प्रदेश से दक्षिण अंदरूनी कर्नाटक तक विस्तारित है। प्रदेश के मध्य और उत्तर भाग में उत्तर से गर्म और शुष्क हवा रही है जबकि दक्षिण भाग में अपेक्षाकृत ठंडी और नमी युक्त हवा का आगमन लगातार जारी है। प्रदेश में 29 अप्रैल को एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है। प्रदेश के एक दो पैकेट में ग्रीष्म लहर चलने की संभावना है। कुछ स्थानों पर ग्रीष्म लहर जैसी स्थिति बने रहने की सम्भावना है।
10 सालों में चार बार ही 44 तक पहुंचा है रायपुर का तापमान
रायपुर में अप्रैल महीने में अब तक की सबसे अधिक गर्मी 30 अप्रैल 1942 को दर्ज किया गया था। उस दिन रायपुर का अधिकतम तापमान 46.1 डिग्री सेल्सियस था। तबसे अब तक इतनी गर्मी कभी दर्ज नहीं हुई है। पिछले 10 सालों में चार बार ऐसा हुआ है जब रायपुर का अधिकतम तापमान 44 डिग्री से अधिक हुआ हो। 2016 में 22 अप्रैल को यहां का अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस हुआ था। 2017 में 20 अप्रैल को अधिकतम तापमान 44.2 डिग्री सेल्सियस मापा गया। वहीं 2019 में 28 अप्रैल को यह 44.2 डिग्री सेल्सियस था।
जांजगीर-चांपा रहा है सबसे अधिक गर्म
बताया जा रहा है, अभी तक के रिकॉर्ड में जांजगीर-चांपा ही सबसे गर्म स्थान रहा है। अप्रैल में अब तक का सबसे अधिक 46.9 डिग्री सेल्सियस तापमान वहां 1980 में मापा गया था। रायपुर में 46.1 डिग्री सबसे अधिक तापमान है। बिलासपुर में यह 45.8 डिग्री सेल्सियस है और दुर्ग में 45.3 डिग्री। राजनांदगांव में अब का सबसे अधिक तापमान 44.4 डिग्री सेल्सियस है। यह 2010 में रिकॉर्ड किया गया था। जगदलपुर में अधिकतम तापमान 43.3 डिग्री सेल्सियस है जो 1941 में मापा गया था। वहीं अंबिकापुर में 43.8 डिग्री सेल्सियस का अधिकतम तापमान 28 अप्रैल 1999 को दर्ज किया गया था।
ऐसे कर सकते हैं लू से बचाव
शरीर को पूरी तरह से ढक कर बाहर निकलें। कोशिश करें कि आपका हाथ, मुंह और सिर पूरी तरह से ढ़का हो। सूती और ढीले कपड़े ही पहनें। घर में भी कमरे के तापमान को कम रखें और घरों में हवा आती-जाती रहे, इसका ख्याल रखें। खान-पान पर खास ध्यान पानी खूब पीएं, फलों का जूस, नींबू पानी का इस्तेमाल करें।
ऐसे होगी लू लगने की पहचान
सिरदर्द, थकावट, तेज बुखार और बेहोशी आदि लू लगने के लक्षण हैं। लू लगने पर उल्टी और चक्कर भी आ सकता है और मांसपेशियों में ऐंठन भी हो सकती है। इनमें से कोई भी लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। लू लगे मरीज को किसी ठंडी जगह पर ही रहें, भरपूर पानी पिलाएं और बदन को भीगे ठंडे कपड़े से पोछते रहें।