
फरवरी में तैयार 28 पेज के ड्राफ्ट के मुताबिक कोयला ईंधन आधारित भविष्य में आने वाले सभी पावर प्लांट्स अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल होंगी. यानी ऐसी तकनीकों का उपयोग किया जाएगा, जिससे प्रदूषण कम हो और ज्यादा से ज्यादा ऊर्जा की सप्लाई हो.
रॉयटर्स ने कहा है कि एक सरकारी सूत्र ने बताया कि इस ड्राफ्ट पर पहले देश के ऊर्जा उत्पादन से संबंधित सर्वोच्च अधिकारियों की बैठक होगी. उसमें बदलाव किए जाएंगे उसके बाद इसे कैबिनेट में ले जाया जाएगा. समाचार एजेंसी को बिजली मंत्रालय की तरफ से इस बारे में कोई जवाब या प्रतिक्रिया फिलहाल नहीं मिली है. 
