• सालों से लापता रहे सांसद अब पहुंचे लोगों की सुध लेने
कोरबा, (सार्थक दुनिया) l कांग्रेस लोकसभा क्षेत्रांतर्गत एसईसीएल में कोयला उत्खनन क्षेत्र में कांग्रेस के कार्यकाल में भूमि अधिग्रहित करने के समय मध्य प्रदेश व केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी। गेवरा, दीपका, कुसमुंडा, बाकी मोंगरा क्षेत्र का कोयला खदान सांसद दंपति के समय प्रारंभ हुआ था। वर्तमान छत्तीसगढ़ नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत मध्य प्रदेश शासन में मंत्री थे, उसके बाद डॉ. महंत जांजगीर लोकसभा क्षेत्र जिसमें कोरबा भी शामिल था, से कई बार सांसद रहे। सांसद दंपति के समय भू अधिग्रहण कर कोयला खदानें संचालित की गई। इसके पश्चात कुछ भू विस्थापितों को जमीन के बदले नौकरी या मुआवजा न देकर अडंगा लगाकर भू विस्थापितों की फाइल दबा दी गई, जिससे उन्हें तत्काल न्याय नहीं मिल पाया। अगर वह चाहते तो भू अर्जन के समय ही भू मालिकों को भूमि के बदले नौकरी या उनका विस्थापन हो गया होता। लेकिन कांग्रेस अपने नीति के अनुसार लगभग हर मामले को उलझा कर रखने की आदी रही है। परिणामत: गेवरा, दीपका क्षेत्र के भू स्वामी आज भी भू विस्थापित हो दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। यह अत्यंत दुखद और निराशाजनक है क्योंकि कांग्रेस शासनकाल में मंत्री व सांसद रहे डॉ. चरण दास महंत व उनकी सांसद पत्नी अब विस्थापित हुए लोगों को झूठा आश्वासन देकर आंसू पोंछ रहे हैं। और, यह गलत आरोप भी लगा रहे हैं कि वह भाजपा शासन में ही भू विस्थापित हुए हैं। यदि कांग्रेस शासनकाल और सांसद दंपति के समय ही भूमि स्वामियों की समस्या का हल कर दिया गया होता तो आज भू मलिक भू विस्थापित होकर दर-दर की ठोकरें नहीं खाते। इसकी पूरी जिम्मेदारी तत्कालीन कांग्रेस सरकार के खाते में जाता है। यह भी दुर्भाग्य है की कांग्रेस ने जहां एक तरफ लोगों को भू विस्थापित बनाया, बेरोजगार किया तो वहीं दूसरी ओर उनके आंसू पोंछ कर यह झूठा आरोप लगा रहे हैं कि केंद्र सरकार भू विस्थापितों की समस्या हल नहीं कर रही है।
अब समय आ गया है कि जिस कांग्रेस ने भू स्वामियों को भू स्थापित तथा बेरोजगार किया ऐसे प्र को अपने मताधिकार से सबक सीखने का समय आ गया है।