निरीक्षण के दौरान डॉ. अलंग ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर गांवों में विकसित किए जा रहे रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क और गौठानों में गोबर से पेंट निर्माण नवाचार के नये आयाम हैं। इससे ग्रामीणों को गांवों में ही आजीविका मूलक गतिविधियों में संलग्न होने का मौका मिल रहा है। इस प्रक्रिया से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है। उन्होंने कहा कि गौठानों में महिलाओं द्वारा किए जा रहे विभिन्न प्रकार की आजीविका मूलक गतिविधियों से महिलाएं स्वावलंबी बन रही हैं। गांवों में रीपा बनने से रोजगार के नए अवसर पैदा हुए हैं जिससे महिलाएं खुश हैं।
संभागायुक्त डॉ. अलंग ने अमरपुर गौठान निरीक्षण के दौरान स्वसहायता समूह की महिलाओं से बात कर महिलाओं द्वारा गौठान में की जा रही गतिविधियों के बारे में जानकारी ली। पूजा स्वसहायता समूह की सदस्य श्रीमती ललिता बिंझवार ने संभागायुक्त डॉ. अलंग को बताया कि गौठान में समूह द्वारा वर्मी कम्पोस्ट निर्माण किया जा रहा है। अभी तक वे वर्मी कम्पोस्ट बेचकर एक लाख 13 हजार रूपए का मुनाफा अर्जित कर चुके हैं। इसके साथ ही मुर्गी और बकरी पालन का भी काम गौठान में हो रहा है। गौठान में ही कृषि यंत्र सेवा केंद्र का संचालन भी हो रहा है। केंद्र में मौजूद ट्रैक्टर, कल्टीवेटर, रोटावेटर एवं सीड ड्रिल मशीनों को किराये पर देकर अब तक एक लाख 48 रूपए की आय अर्जित की चुकी है।