कोरबा | जिले में दो अलग-अलग स्थानों पर हुई पुलिसिया कार्रवाई में गांजा तस्करों के खिलाफ पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। कटघोरा थाना के जटगा चौकी और पसान पुलिस ने इसी तरह के दो अलग-अलग घटनाओं में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है जबकि मुख्य सरगना अपने तीन अन्य साथियों के साथ गांजे से भरी स्कॉर्पियो को खेत में छोड़कर भागने में कामयाब रहा। मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने गांजा तस्करों के पास से 323 किलो गांजा जब्त किया है।
आपको बता दें कि कोरबा पुलिस को मुखबिर से कटघोरा- अम्बिकापुर नेशनल हाईवे मुख्य मार्ग से अंतरराज्यीय गिरोह के सदस्यों द्वारा बड़े पैमाने पर की जा रही गांजा तस्करी की सूचना लगातार मिल रही थी। इस वजह से भी पुलिस इस हाइवे पर अपनी नजर सतत् रूप से लगातार बनाए हुए थी।
जिला पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कीर्तन राठौर और एसडीओपी कटघोरा के निर्देश पर कटघोरा और पसान थाना के प्रभारी ने संयुक्त रूप से एक टीम बनाकर सतत निगरानी के लिए उसकी तैनाती हाइवे पर की हुई थी। इसी तारतम्य में, बीती रात बैराघाट के पास घात लगाकर बैठी पुलिस टीम ने मार्ग से अलग-अलग समय पर गुजर रही स्कार्पियो और बोलेरो को रोककर जब तलाशी ली तो मामले का पूरा खुलासा हो गया। इस बीच मौका देखकर गांजे की तस्करी कर रहे तीन आरोपी भागने में कामयाब हो गए।
पुलिस द्वारा आरोपियों के पास से वाहन में रखे गए 320 किलो गांजा बरामद किया गया है, जिसकी कीमत लगभग 63 लाख आंकी गई है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनका मुख्य सरगना जांजगीर-चांपा निवासी वीरेंद्र चन्द्रा और अनूपपुर (मध्य प्रदेश) निवासी दौलत राम केंवट है जो पुलिस की सघन जांच कार्रवाई के बीच मौके से भागने में सफल रहे। पुलिस के अनुसार, गांजे की इस बड़ी खेप को आरोपियों द्वारा उड़ीसा के झारसुगुड़ा से हासिल किया गया था जिसे छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों में खपाने की योजना बनाई गई थी।