कोरबा में तेजी से बढ़ रहा कबाड़ का अवैध कारोबार, निशाने पर है एसईसीएल की बंद कोयला खदानें और उपयोग में नहीं आ रहीं रेल पांतें

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सार्थक दुनिया न्यूज़

by, अरूण सांडे, संवाददाता, कोरबा


कोरबा | पिछले कुछ महीनों से बांकी मोंगरा कोयलांचल क्षेत्र में कबाड़ चोरों का आतंक इतना बढ़ गया है कि उन्होंने एसईसीएल की बंद खदानों में बचे हुए कीमती सामानों को ही चोरी का सहज साधन बना रखा है। स्थिति यह है कि वे देर रात पूरी तरह बेखौफ़ हो गैस सिलेंडर के साथ तकरीबन 20-30 की संख्या में खदान क्षेत्र में दाखिल होते हैं और लाखों का माल कुछ घंटों में ही पार कर जाते हैं।
एसईसीएल खदान क्षेत्र की स्थिति

सूत्रों के मुताबिक कबाड़ के परिवहन के लिए ‘वे’ पिकअप भी अपने साथ लेकर आते हैं। कबाड़ चोरों ने पिछले एक वर्ष में ही उपयोग में नहीं आ रही अनेक रेल पांतों को काटकर ठिकाने लगा दिया है।
रेल पांतों को काटकर पिकअप में भरते हुए कबाड़ चोर

बांकी मोंगरा क्षेत्र की बंद कोयला खदानें एसईसीएल के कुछ अधिकारियों-कर्मचारियों की लापरवाही का खामियाजा भुगतने को मजबूर हैं। बेतरतीब फैली लाखों की शासकीय संपत्ति को CCTV लगाकर अथवा निगरानी कर बचाया जा सकता था किन्तु कोल उत्खनन रहित खदान को चंद गार्डों के भरोसे छोड़ दिया गया है। वैसे भी 20-30 कबाड़ चोरों के मुकाबले खदान क्षेत्र में तैनात किए गए गिनती के सुरक्षा गार्ड कमजोर ही साबित होते हैं। वस्तुस्थिति की पूरी जानकारी होने के बाद भी एसईसीएल प्रबंधन मामले की सूचना पुलिस को देकर महज़ खानापूर्ति ही कर रही है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कबाड़ियों द्वारा खदान क्षेत्र से अब तक तकरीबन 200 टन से भी ज्यादा रेल पांतों को काट कर गंतव्य तक पहुंचा दिया गया है।

 

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